मंविवि के देवादित्य को बी-हाई कलाकार के रूप में मिली मान्यता

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मंगलायतन विश्वविद्यालय के विजुअल एंड परफॉर्मिंग आर्ट्स (संगीत) विभाग के पीएचडी शोधार्थी देवादित्य चक्रवर्ती ने ऑल इंडिया रेडियो (एआईआर) ने भारतीय शास्त्रीय वाद्य यंत्र (सितार) श्रेणी में ‘बी-हाई’ कलाकार के रूप में मान्यता दी है, जो आकाशवाणी की दूसरी सबसे बड़ी रैंकिंग है।

कला संकाय की विभागाध्यक्ष डा. पूनम रानी ने बताया कि यह देवादित्य की सितार वादन के क्षेत्र में उनकी प्रतिभा, साधना और कड़ी मेहनत का प्रमाण है। ऑल इंडिया रेडियो की ‘बी-हाई’ श्रेणी में शामिल होना किसी भी शास्त्रीय कलाकार के लिए एक प्रतिष्ठित उपलब्धि मानी जाती है। क्योंकि यह जटिल ऑडिशन प्रक्रिया और संगीत के क्षेत्र के दिग्गज विशेषज्ञों की समिति द्वारा मूल्यांकन के बाद प्रदान की जाती है। देवादित्य ने अपनी सफलता का श्रेय गुरुओं और स्वजन को दिया है। वर्तमान में वे प्रख्यात सितार वादक नीलाद्री कुमार से शिक्षा ले रहे हैं। यह उपलब्धि शोधार्थी के साथ ही विश्वविद्यालय के लिए भी सम्मान की बात है। विश्वविद्यालय के अधिकारियों और प्राध्यापकों ने उन्हें इस उपलब्धि पर बधाई दी है।

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